लोकसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच नेता पर्सनल अटैक कर सियासी पारा और बढ़ा रहे हैं. इसमें तकरीबन हर दल के नेता शामिल हैं. विपक्ष सरकार की नीतियों और वादों को लेकर हमलावर तो वहीं सत्ता पक्ष भी अपनी रणनीति के तरह हमला कर रहा है.इसी कड़ी में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर अटैक किया है.
‘प्रधानमंत्री जी अपने काल्पनिक दुखों से परेशान’
उन्होंने कहा कि 2012 में जो नियमित कर्मचारी हर महीने औसतन 12 हजार रुपये कमाते थे, 10 साल बाद उनकी कमाई बढ़ने की जगह और घट गई है. दुनिया समय के साथ आगे बढ़ती है. मगर हम पीछे जा रहे हैं… क्यों?
कांग्रेस नेता आगे कहती हैं, प्रधानमंत्री जी महल के अंदर अपने काल्पनिक दुखों से परेशान हैं. राजनीतिक आलोचना होने पर वे लगभग छुईमुई जैसा बर्ताव करते हैं. ऐसा करके वो असली मुद्दे से ध्यान भटका देते हैं और करोड़ों जनता की पुकार अनसुनी रह जाती है.
बीते दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी केंद्र सरकार पर हमला बोला था. एक पोस्ट में उन्होंने कहा था,बेरोजगारी की बीमारी की चपेट में अब IIT जैसे शीर्ष संस्थान भी आ गए हैं. IIT मुंबई में पिछले साल 32 फीसदी और इस साल 36 फीसदी स्टूडेंट्स का प्लेसमेंट नहीं हो सका. देश के सबसे प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थान का ये हाल है, तो कल्पना कीजिए BJP ने पूरे देश की स्थिति क्या बना रखी है.
इसी पोस्ट में वो आगे कहते हैं, कांग्रेस द्वारा युवाओं के लिए रोजगार का ठोस प्लान देश के सामने रखे लगभग एक महीना बीत चुका है. मगर, सरकार ने इस मुद्दे पर अब तक सांस भी नहीं ली है. नरेंद्र मोदी के पास न रोजगार देने की कोई नीति है और न ही नीयत. वो सिर्फ भावनात्मक मुद्दों के जाल में फंसाकर देश के युवाओं को धोखा दे रहे हैं.युवा इस सरकार को उखाड़ कर अपने भविष्य की नींव खुद रखेगा.
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